CM Dr. Mohan Yadav-MP News: ड्राइवर से औकात पूछने वाले कलेक्टर की छुट्टी, CM डॉ मोहन यादव बोले, ये गरीबों की सरकार...
भोपाल। जिला प्रशासन की बैठक के दौरान एक ड्राइवर को औकात पूछने वाले शाजापुर के कलेक्टर किशोर कन्याल को हटा दिया गया है। कलेक्टर का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था, जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तत्काल संज्ञान लेते हुए कलेक्टर को हटा दिया है। किशोर कन्याल की जगह अब नरसिंहपुर कलेक्टर ऋजु बाफना को शाजापुर का नया कलेक्टर बनाया है।
सीएम ने मीडिया में बयान जारी करते हुए कहा कि ये गरीबों की सरकार है और गरीबों से अच्छा व्यवहार करना पड़ेगा, क्योंकि मैं खुद गरीब परिवार से हूं...
'अधिकारियों को गरीबों के काम और भाव दोनों का सम्मान करना चाहिए'
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 3, 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों और प्रशासन के बीच हुई बैठक के दौरान अफसरों द्वारा जिन शब्दों का उपयोग किया गया, उसकी वह निंदा करते हैं। अफसरों की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी,… pic.twitter.com/Vov025A8Ml
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों और प्रशासन के बीच हुई बैठक के दौरान अफसरों द्वारा जिन शब्दों का उपयोग किया गया, उसकी वह निंदा करते हैं। अफसरों की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनके ध्यान में लाया गया कि कल शाजापुर ट्रक ड्राइवर और जिला प्रशासन की बैठक में इस तरह की भाषा बोली गई थी। एक अधिकारी को इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है। खासकर यह सरकार तो गरीबों की सरकार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम गरीब उत्थान के लिए काम करते हैं। ऐसे में हरेेक अधिकारी को चाहे वह कितना भी बड़ा अधिकारी हो उसे गरीब के काम का भी सम्मान करना चाहिये और भाव का भी सम्मान करना चाहिये। ऐसे अधिकारी को मैदान में रहने का अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं। मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें।
जानिए क्या था मामला
मालूम हो कि बता दें कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल के बीच मंगलवार को शाजापुर जिला प्रशासन की बैठक ली। इस दौरान कलेक्टर का एक वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें एक ड्राइवर से 'औकात' पूछते नजर आये। हालांकि बाद में कलेक्टर किशोर कान्याल ने इस शब्द के इस्तेमाल को लेकर अफसोस प्रकट किया था।